8th Pay Commission Pension – आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर देशभर के करीब 69 लाख पेंशनर्स और लाखों सरकारी कर्मचारियों में उत्साह बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि दिसंबर में केंद्र सरकार इस संबंध में कोई महत्वपूर्ण घोषणा कर सकती है, जिससे पेंशनर्स की आय में बड़ा इजाफा संभव है। लंबे समय से पेंशनर्स वेतन ढांचे में बदलाव, फिटमेंट फैक्टर बढ़ोतरी और न्यूनतम पेंशन में सुधार की मांग कर रहे हैं। ऐसे में यदि सरकार इस दिशा में कोई कदम उठाती है, तो महंगाई के बढ़ते दौर में उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। सातवें वेतन आयोग के बाद काफी समय बीत चुका है, और अब आठवें वेतन आयोग की उम्मीदें लगातार तेज हो रही हैं।

8th Pay Commission से पेंशनर्स को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं?
आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर पेंशनर्स को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलने की उम्मीद है। सबसे बड़ा फायदा फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से मिलेगा, जिससे पेंशन राशि में 25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी संभव मानी जा रही है। इसके अलावा, न्यूनतम पेंशन में भी बड़े संशोधन की संभावना है, जिससे कम पेंशन पाने वालों को विशेष राहत मिल सकती है। पेंशन रिवीजन के साथ-साथ मेडिकल भत्ते में भी बढ़ोतरी की मांग की जा रही है, जिस पर सरकार विचार कर सकती है। महंगाई भत्ता (DA) हर साल बढ़ता है, लेकिन पेंशनर्स को लगता है कि बेसिक पेंशन में बढ़ोतरी ज्यादा जरूरी है, ताकि उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
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दिसंबर में क्या हो सकती है घोषणा?
दिसंबर का महीना इसलिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केंद्रीय बजट की रूपरेखा तैयार करने का समय होता है। इस दौरान सरकार कई बार वेतन और पेंशन से जुड़े संकेत देती है। मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की मानें तो दिसंबर में 8th Pay Commission को लेकर कोई औपचारिक घोषणा या समिति गठन की जानकारी सामने आ सकती है। हालांकि सरकार ने अब तक आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन चुनावी राज्यों और आर्थिक सुधारों के माहौल को देखते हुए संभावना प्रबल मानी जा रही है।
पेंशनर्स की मुख्य मांगें क्या हैं?
देशभर के पेंशनर्स कई वर्षों से कुछ महत्वपूर्ण मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। इनमें सबसे प्रमुख है फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 3.00 या उससे अधिक करना, ताकि पेंशन में उचित बढ़ोतरी हो सके। इसके अलावा, न्यूनतम पेंशन ₹9,000 से बढ़ाकर ₹18,000 करने की मांग भी लंबे समय से चल रही है। मेडिकल भत्ते में बढ़ोतरी, पुराने पेंशन प्रणाली (OPS) जैसे लाभों की मांग और उम्र के अनुसार अतिरिक्त पेंशन में सुधार भी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। पेंशनर्स का कहना है कि बढ़ती महंगाई और स्वास्थ्य खर्चों के कारण पेंशन राशि अपर्याप्त हो जाती है, इसलिए व्यापक बदलाव की आवश्यकता है। यदि 8th Pay Commission इन मुद्दों को संबोधित करता है, तो पेंशनर्स की आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार आ सकता है।
सरकार की मंशा और संभावित रोडमैप
सरकार की ओर से अब तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन नीति स्तर पर विचार-विमर्श जारी रहने की सूचना मिलती रहती है। सरकार आमतौर पर हर 10 वर्ष में नया वेतन आयोग लागू करती है, इसलिए 2026 तक 8th Pay Commission लागू होने की संभावना काफी मजबूत मानी जा रही है। संभावित रोडमैप में दिसंबर 2025 में समिति का गठन, 2026 में रिपोर्ट जमा होना और 2027 तक संशोधित पेंशन लागू होना शामिल हो सकता है। सरकार का उद्देश्य कर्मचारियों और पेंशनर्स को बेहतर वित्तीय सुरक्षा देना है, साथ ही आर्थिक संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है। इसलिए वेतन आयोग की सिफारिशें इसी आधार पर तैयार की जाएंगी।
